UP पंचायत चुनाव 2026 की तैयारी में जुटा पंचायतीराज विभाग
Uttar Pradesh पंचायत चुनाव 2026 को लेकर तैयारियां ज़ोरों पर हैं। पंचायतीराज विभाग और ग्राम विकास विभाग मिलकर इस बार चुनाव को ऐतिहासिक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस चुनाव में प्रदेश की पंचायत व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
500 नई ग्राम पंचायतों का होगा गठन
राज्य सरकार की योजना के अनुसार इस बार 500 नई ग्राम पंचायतें बनाई जाएंगी। जिन पंचायतों की जनसंख्या अधिक है, उन्हें विभाजित कर नई पंचायतें बनाई जाएंगी। हर पंचायत में न्यूनतम 1000 की जनसंख्या तय की गई है।
👉 वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 57,695 ग्राम पंचायतें हैं, जबकि 2021 में यह संख्या 58,189 थी। 2021 के बाद नगरीय निकायों में 494 ग्राम पंचायतें जोड़ी गई थीं।
बनाए जाएंगे 75 नए ब्लॉक, बढ़ेगी विकास की रफ्तार
75 नए ब्लॉक बनने के बाद उत्तर प्रदेश में ब्लॉक की कुल संख्या 826 से बढ़कर 901 हो जाएगी। यह कदम उन बड़े ब्लॉकों को विभाजित करने के लिए उठाया गया है जहाँ विकास कार्यों में प्रशासनिक दिक्कतें आती हैं।
👉 यह घोषणा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा 2022 में की गई थी।
📋 5 जून तक मांगी गई जिलों से रिपोर्ट
सभी जिलाधिकारियों और जिला पंचायत राज अधिकारियों से 5 जून तक पंचायत पुनर्गठन को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। यह रिपोर्ट जनसंख्या के आधार पर नई पंचायतों और ब्लॉकों की संभावनाओं पर आधारित होगी।
पंचायत चुनाव 2026: 2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि Uttar Pradesh पंचायत चुनाव 2026, आगामी 2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसलिए ब्लॉक और पंचायतों के पुनर्गठन में राजनीतिक रणनीति भी झलक रही है।
पूर्व राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल का कहना है कि पंचायत पुनर्गठन में प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों कारण होते हैं।
सहयोगी पार्टियों की अलग राह, खुद लड़ेंगी पंचायत चुनाव
भाजपा की सहयोगी पार्टियाँ — अपना दल, निषाद पार्टी और सुभासपा — इस बार अपने बलबूते पंचायत चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। इसके पीछे भाजपा से दूरी बढ़ने की संभावनाओं को लेकर भी राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं।
वोट बैंक को लेकर नई रणनीति
सूत्रों की मानें तो सरकार का फोकस यह सुनिश्चित करना है कि विपक्ष का वोट बैंक किसी एक क्षेत्र में अधिक मज़बूत न हो। इसलिए पुनर्गठन की प्रक्रिया को रणनीतिक तौर पर लागू किया जा रहा है।
क्या पंचायत चुनाव से बदलेगा उत्तर प्रदेश का राजनीतिक भविष्य?
इस बार के पंचायत चुनाव 2026 सिर्फ स्थानीय सरकार चुनने का मौका नहीं बल्कि राजनीतिक समीकरणों की नई बुनियाद भी हो सकते हैं। पंचायतों और ब्लॉकों के पुनर्गठन से एक ओर जहां स्थानीय भागीदारी बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण विकास को भी रफ्तार मिलेगी।
🔚 निष्कर्ष: पंचायत चुनाव से शुरू होगा नया लोकतांत्रिक युग?
Uttar Pradesh पंचायत चुनाव 2026 राज्य के लिए स्थानीय लोकतंत्र का नया युग शुरू करने वाला हो सकता है। अधिक पंचायतों और ब्लॉकों के गठन से जनता की भागीदारी, शासन में पारदर्शिता और विकास कार्यों में गति आने की पूरी संभावना है।