AC Temperature Standardization: अब 16°C पर AC नहीं चलेगा!

AC Temperature Standardization India: – जानें कैसे बदलेगा आपका बिजली बिल और स्वास्थ्य

अब नए AC में 20 डिग्री से नीचे नहीं कर पाएंगे कूलिंग!

AC Temperature Standardization India को लेकर अब सरकार ने नया कदम उठाया है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ किया कि आने वाले समय में बाजार में मिलने वाले नए एयर कंडीशनर्स (AC) को 20°C से कम पर कूलिंग करने की अनुमति नहीं होगी। वहीं, हीटिंग के लिए 28°C से अधिक तापमान भी सेट नहीं किया जा सकेगा।


💡 क्यों लाया गया है ये नया AC नियम?

➤ बिजली की बचत

इस बदलाव का सबसे बड़ा उद्देश्य है बिजली की खपत में कटौती। गर्मियों में AC के अधिक उपयोग से बिजली कंपनियों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। स्टडी के अनुसार, जब बहुत सारे लोग एक साथ कम तापमान पर AC चलाते हैं तो डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर्स पर लोड बढ़ जाता है और वोल्टेज गिरने की स्थिति बनती है।

➤ पर्यावरण संरक्षण

कम तापमान पर AC चलाने से न सिर्फ बिजली की खपत बढ़ती है, बल्कि इससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन भी बढ़ता है। सरकार चाहती है कि सस्टेनेबल एनर्जी यूज़ को बढ़ावा दिया जाए।

AC Temperature Standardization India क्यों जरूरी?

बिजली की बचत

  • भारत में AC का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे गर्मियों में बिजली की मांग चरम पर पहुंच जाती है।
  • रिसर्च के अनुसार, AC का तापमान हर 1°C बढ़ाने पर लगभग 6% बिजली की बचत होती है।
  • अगर सभी लोग AC को 24°C या उससे ऊपर चलाएं, तो देश में 3 गीगावाट बिजली की बचत हो सकती है

विदेशों में पहले से लागू है ये नियम

जापान और इटली जैसे देशों में पहले से ही AC Temperature Standardization लागू है।

  • जापान: 26-27 डिग्री
  • इटली: 23 डिग्री

भारत में अब धीरे-धीरे इस दिशा में पहला कदम रखा गया है — कूलिंग लिमिट 20°C और हीटिंग लिमिट 28°C


क्या कहता है सर्वे?

सीडब्ल्यू (Council on Energy, Environment and Water) की स्टडी के अनुसार:

  1. 40% लोग AC 24 डिग्री या उससे ऊपर चलाते हैं
  2. बाकी 60% लोग 20 डिग्री से नीचे भी AC चलाते हैं

लेकिन तकनीकी रूप से AC की स्पीड नहीं बदलती, केवल तापमान कम करने के लिए वह ज्यादा समय तक चलता है जिससे बिजली की खपत बढ़ जाती है


आम जनता क्या कहती है?

❝क्या 20 डिग्री से ऊपर चलाने से सच में बिजली बचेगी?❞

  • कई यूज़र्स का मानना है कि टेंपरेचर बदलने से ज्यादा असर नहीं पड़ता।
  • कुछ का कहना है कि 24°C पर चलाने के बावजूद बिजली बिल में कोई खास अंतर नहीं दिखा।

विशेषज्ञ की राय: 26°C है आदर्श तापमान

शालू अग्रवाल, डायरेक्टर ऑफ प्रोग्राम्स, CEEW का कहना है:

“हमारे सर्वे में पाया गया कि इंसानों के लिए थर्मल कम्फर्ट जोन 24-28 डिग्री के बीच होता है। जरूरत से ज्यादा ठंडी हवा से सेहत पर भी असर पड़ता है।”


क्या पुराने AC पर भी लागू होगा ये नियम?

इस बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

  • यह नियम नए बनने वाले AC मॉडल्स पर अनिवार्य रूप से लागू होगा।
  • पुराने AC पर यह सुझाव स्वरूप हो सकता है, लेकिन अनिवार्य नहीं।

आने वाले समय में क्या बदलेगा?

अब AC रिमोट पर 16°C नहीं मिलेगा

जैसे अभी रिमोट में 16°C से 30°C तक तापमान सेट हो सकता है, वैसे ही अब भविष्य में ये सीमा बदलकर सिर्फ 20°C से 28°C के बीच ही होगी।


नतीजा क्या होगा?

  • 💰 बिजली की बचत
  • 🌱 पर्यावरण संरक्षण
  • पावर ग्रिड पर कम लोड
  • 🛏️ स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर नींद और आराम

 


निष्कर्ष

AC Temperature Standardization India केवल एक नियम नहीं, बल्कि एक बड़ी सोच का हिस्सा है जिससे देशभर में बिजली की खपत और पर्यावरणीय असर को कम किया जा सके। अगर सभी यूज़र्स थोड़ा समझदारी से AC का इस्तेमाल करें, तो बिजली बिल भी घटेगा, और देश भी आगे बढ़ेगा।


आपकी राय?

आप AC को किस टेंपरेचर पर चलाते हैं? क्या आप सरकार के इस फैसले से सहमत हैं? नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

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