गुजरात में जन्मी सोफिया कुरैशी ने बायोकैमिस्ट्री में M.Sc किया और प्रोफेसर बनने का सपना देखा, लेकिन देश सेवा ने उनका रास्ता बदल दिया।
वडोदरा यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद PHD शुरू की, लेकिन शॉर्ट सर्विस कमिशन से सेना में चयन होने पर सब कुछ छोड़ दिया।
1999 में सोफिया भारतीय सेना के सिग्नल कोर में कमीशंड हुईं। ये विभाग कम्युनिकेशन और सूचना व्यवस्था संभालता है।
उनके दादा भी सेना में थे और पति मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी हैं – सेना इनके खून में है।
2006 में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के तहत कांगो में तैनात रहीं। अंतरराष्ट्रीय मिशन में इनकी बड़ी भूमिका रही।
Sophia को UN Peacekeeping ट्रेनिंग ग्रुप में चुना गया, जो दुनिया की सबसे खास ट्रेनिंग यूनिट्स में से एक है।
हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में सोफिया ने प्रेस को जानकारी दी – नौ आतंकी ठिकाने खत्म कर सेना ने न्याय दिलाया।