उत्तर प्रदेश का नया पर्यटन स्थल: सहारनपुर का ‘योगी लेख’ तालाब
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का एक छोटा सा गांव थरौली अब तेजी से एक नए पर्यटक स्थल के रूप में उभर रहा है। यहां का ‘योगी लेख’ तालाब न सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक बन रहा है, बल्कि ग्रामविकास और सामुदायिक भागीदारी की मिसाल भी बन गया है।
यहाँ के ग्रामीणों ने मिलकर एक पुराने, गंदे तालाब को एक खूबसूरत पर्यटन स्थल में बदल दिया है। इस तालाब को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर ‘योगी लेख‘ नाम दिया गया है और इसे पूरी तरह से उन्हें समर्पित किया गया है। यह नाम सिर्फ एक पहचान नहीं, बल्कि गांववालों की श्रद्धा और प्रेरणा का प्रतीक है।
गोरखपुर के अमृत सरोवर की तर्ज पर हो रहा विकास
थरौली गाँव में कुल 7 तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, लेकिन ‘योगी लेख’ तालाब को विशेष तौर पर गोरखपुर के अमृत सरोवर की तरह विकसित किया जा रहा है।
तालाब की मुख्य विशेषताएँ
- बोटिंग सुविधा – आने वाले समय में पर्यटक यहाँ नौका विहार का आनंद ले सकेंगे।
- रनिंग ट्रैक – तालाब के चारों ओर जॉगिंग ट्रैक बनाया जा रहा है।
- तीन खूबसूरत टापू – जहाँ विदेशी पक्षी आकर बसेंगे।
- धार्मिक पौधों की व्यवस्था – पर्यावरण को आध्यात्मिक स्पर्श देने के लिए तालाब के आसपास धार्मिक महत्व वाले पेड़ लगाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की मेहनत से बदली तस्वीर
इस पूरे प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे किसी सरकारी फंड के बिना, केवल गांववालों की मेहनत और सहभागिता से तैयार किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संदीप चौधरी ने गोरखपुर में अमृत सरोवर देखकर प्रेरणा ली और गांव के तालाब को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया।
थरौली: इको-टूरिज्म डेस्टिनेशन बनने की ओर
गांव के लोग रोज़ाना सुबह-शाम तालाब की सफाई और सौंदर्यीकरण में जुटे रहते हैं। बिना किसी दबाव के यह तय किया गया है कि इस स्थान को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित करने की योजना
तालाब के उद्घाटन के लिए स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित करने की योजना है। इससे न केवल इस प्रोजेक्ट को राज्यस्तरीय पहचान मिलेगी, बल्कि थरौली गांव पूरे सहारनपुर की पहचान बनने जा रहा है।
निष्कर्ष: पूरे उत्तर प्रदेश के लिए प्रेरणा
‘योगी लेख’ तालाब अब केवल एक जलाशय नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के गांवों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुका है। यह उदाहरण दिखाता है कि सामूहिक प्रयास और नेतृत्व से किसी भी स्थान को पर्यटन केंद्र में बदला जा सकता है।
आने वाले समय में यह तालाब थरौली गांव की पहचान बनकर उभरेगा और सहारनपुर को उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा।